जो युवा पढ़ना चाहते हैं, लेकिन किसी कारण से नियमित कॉलेज नहीं जा सकते, उनके लिए इग्नू पढ़ाई करने और करियर बनाने के लिए एक सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय है। इग्नू को 'जन विश्वविद्यालय' के रूप में जाना जाता है। इग्नू की पढ़ाई का तरीका अन्य पारंपरिक विश्वविद्यालयों से अलग है। इग्नू ने पढ़ाई का एक मल्टीमीडिया दृष्टिकोण अपनाया है। इग्नू के घटक हैं- स्व अध्ययन सामग्रियां, परामर्श सत्र, रूबरू एवं टेलीकॉन्फ्रेंसिंग प्रणाली।
विज्ञान, कम्प्यूटर, नर्सिंग और इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी में पाठ्यक्रमों के लिए चुनिंदा अध्ययन केंद्रों पर विद्यार्थियों को व्यवहारिक कक्षाओं का लाभ उठाने के लिए आसान व्यवस्था की गई है। इग्नू विद्यार्थियों को प्रवेश पात्रता, स्थान, अध्ययन की रफ्तार और उसकी अवधि के मामले में पर्याप्त उदारता बरतता है।
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को प्रवेश देने में योग्यता, कार्यक्रम को पूर्ण करने में, अध्ययन स्थान में उदार और लचीली नीति अपनाकर अध्ययन और अध्यापन में सफल रहा है।
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय ने अपनी शुरुआत दो शैक्षिक कार्यक्रमों प्रबंधन में डिप्लोमा और दूर शिक्षा डिप्लोमा से किया था।
इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय में डिप्लोमा, स्नातक, स्नातकोत्तर और स्नातक डिग्री और डॉक्टोरेट उपाधि पाठ्यक्रमों के साथ-साथ उपभोक्ता संरक्षण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, मानवाधिकार, पर्यटन, महिला अधिकारिता एवं बाल विकास, स्वास्थ्य शिक्षा, एचआईवी, तकनीक और ऑनलाइन शिक्षा जैसे उभरते विषयों पर कोर्स संचालित किए जाते हैं।
इग्नू एक ऐसी क्रेडिट प्रणाली पर अमल करता है जो पढ़ाई पर खर्च होने वाले समय पर आधारित है। एक क्रेडिट 30 घंटे अध्ययन के बराबर होता है, इसमें पढ़ाई की सभी गतिविधियां शामिल होती हैं। अलग-अलग कार्यक्रम की अलग-अलग क्रेडिट जरूरतें होती हैं।
विद्यार्थियों को अपनी गति, सुविधा एवं क्षमता के अनुसार क्रेडिट प्राप्त करने की छूट है। इग्नू क्रेडिट स्थानांतरण सुविधा भी उपलब्ध कराता है। इसके अंतर्गत क्रेडिट को किसी भी अन्य विश्वविद्यालय से इग्नू में स्थानांतरित किया जा सकता है। इसके लिए विद्यार्थी को कुछ खास शर्तें पूरी करनी होती हैं।
इग्नू वर्तमान में अपने 21 अध्ययन विद्यापीठों, 67 क्षेत्रीय केंद्रों और करीब 3000 विद्यार्थी सहयोग केंद्रों और 67 विदेशी केंद्रों की मदद से भारत एवं अन्य 36 देशों में 40 लाख से अधिक विद्यार्थियो की पढ़ने के सपनों को पूरा कर रहा है।
विज्ञान, कम्प्यूटर, नर्सिंग और इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी में पाठ्यक्रमों के लिए चुनिंदा अध्ययन केंद्रों पर विद्यार्थियों को व्यवहारिक कक्षाओं का लाभ उठाने के लिए आसान व्यवस्था की गई है। इग्नू विद्यार्थियों को प्रवेश पात्रता, स्थान, अध्ययन की रफ्तार और उसकी अवधि के मामले में पर्याप्त उदारता बरतता है।
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को प्रवेश देने में योग्यता, कार्यक्रम को पूर्ण करने में, अध्ययन स्थान में उदार और लचीली नीति अपनाकर अध्ययन और अध्यापन में सफल रहा है।
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय ने अपनी शुरुआत दो शैक्षिक कार्यक्रमों प्रबंधन में डिप्लोमा और दूर शिक्षा डिप्लोमा से किया था।
इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय में डिप्लोमा, स्नातक, स्नातकोत्तर और स्नातक डिग्री और डॉक्टोरेट उपाधि पाठ्यक्रमों के साथ-साथ उपभोक्ता संरक्षण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, मानवाधिकार, पर्यटन, महिला अधिकारिता एवं बाल विकास, स्वास्थ्य शिक्षा, एचआईवी, तकनीक और ऑनलाइन शिक्षा जैसे उभरते विषयों पर कोर्स संचालित किए जाते हैं।
इग्नू एक ऐसी क्रेडिट प्रणाली पर अमल करता है जो पढ़ाई पर खर्च होने वाले समय पर आधारित है। एक क्रेडिट 30 घंटे अध्ययन के बराबर होता है, इसमें पढ़ाई की सभी गतिविधियां शामिल होती हैं। अलग-अलग कार्यक्रम की अलग-अलग क्रेडिट जरूरतें होती हैं।
विद्यार्थियों को अपनी गति, सुविधा एवं क्षमता के अनुसार क्रेडिट प्राप्त करने की छूट है। इग्नू क्रेडिट स्थानांतरण सुविधा भी उपलब्ध कराता है। इसके अंतर्गत क्रेडिट को किसी भी अन्य विश्वविद्यालय से इग्नू में स्थानांतरित किया जा सकता है। इसके लिए विद्यार्थी को कुछ खास शर्तें पूरी करनी होती हैं।
इग्नू वर्तमान में अपने 21 अध्ययन विद्यापीठों, 67 क्षेत्रीय केंद्रों और करीब 3000 विद्यार्थी सहयोग केंद्रों और 67 विदेशी केंद्रों की मदद से भारत एवं अन्य 36 देशों में 40 लाख से अधिक विद्यार्थियो की पढ़ने के सपनों को पूरा कर रहा है।
No comments:
Post a Comment